आंगनबाड़ी : छत्तीसगढ़ में आंदोलन का ऐलान, अब टूटा सब्र का बांध…

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आंगनबाड़ी : छत्तीसगढ़ में आंदोलन का ऐलान, अब टूटा सब्र का बांध…

रायपुर आंगनबाड़ी केंद्रों से महिलाओं और बच्चों को वितरित किए जाने वाले पोषण आहार के e-KYC की प्रक्रिया में व्यवहारिक दिक्कत का मुद्दा अब धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है. बिलासपुर के बाद राजनांदगांव, कोरबा और मानपुर मोहला चौकी जिले में भी आंगनबाड़ीकर्मियों के द्वारा प्रशासन को इस संबंध में ज्ञापन दिए जाने की खबरें आ रही हैं. फिलहाल, महिला बाल विकास विभाग अथवा प्रशासन की तरफ से इसके निराकरण को लेकर कोई कदम उठाए जाने की जानकारी नहीं मिली है. दूसरी तरफ, इसे लेकर आंगनबाड़ीकर्मियों के संगठन में भी जमकर चर्चा है. ऐसे में संभावना है कि आने वाले आंदोलन में छत्तीसगढ़ की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका इसे बड़े मुद्दे के रूप में उठा सकती हैं.

पूर्णिमा निषाद, मानपुर मोहला चौकी.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच, छत्तीसगढ़ की मानपुर-मोहला जिला अध्यक्ष पूर्णिमा निषाद ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने अपने संगठन की जिला इकाई के द्वारा प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार के निराकरण की खबर नहीं आई है. जिला अध्यक्ष पूर्णिमा ने कहा कि हमने मोबाइल ऐप से संबंधी समस्या के निराकरण का आग्रह बहुत दिन पहले ही किया था, जो अब तक निराकृत नहीं हुआ, इधर कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को उनके BLO ड्यूटी का पारिश्रमिक भी रोक कर रखा जा रहा है. ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का काम करना मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा है कि यदि समय रहते प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन किया जाएगा.

कोरबा से भी कुछ ऐसी ही खबर आई है. छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष बीना साहू ने 6 मार्च को प्रशासन को पत्र सौंपा है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच के प्रांतीय नेतृत्व के निर्णय के अनुसार उन्होंने 10 मार्च को अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन और रैली की अनुमति मांगी है. उन्होंने अपने पत्र में महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री को अपनी मांगें भेजी हैं.

बीना साहू के नेतृत्व में कोरबा जिले में ज्ञापन सौंपा गया.

राजनांदगांव जिले की अध्यक्ष संध्या टांडेकर ने बताया कि 10 मार्च को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन और रैली का निर्णय हो चुका है. प्रशासन ने समय रहते समस्याओं का निराकरण नहीं किया, इसलिए 10 मार्च को पूरे प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका एक दिवसीय हड़ताल पर होंगी.

राजनांदगांव में संध्या टांडेकर के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया.

जानकारी मिली है वर्तमान में प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच के बैनर तले विभिन्न संगठनों के समर्थन के साथ आगे के आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है. यहां यह बताना जरूरी है कि छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका कल्याण संघ में कुछ अंदरूनी विवाद और बिखराव के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का एक संयुक्त मंच बना है. इस संयुक्त मंच के विभिन्न संगठनों की दिग्गज प्रतिनिधि शामिल हैं. विशेषकर प्रदेश स्तरीय बॉडी में कई सशक्त नाम हैं, जिसमें प्रतीक्षा शर्मा, लता तिवारी, रूखमणी सज्जन, जयश्री राजपूत, सरिता पाठक, भारती मिश्रा, चंद्रिका सिंह, सुधा रात्रे, रेवती वत्सल, पार्वती यादव, विद्या जैन आदि कई ऐसे चेहरे हैं, जिनके कारण यह मंच मजबूती से आंदोलन करने का ऐलान कर रहा है. ये सभी वो नाम हैं, जिनके कारण हमेशा आंगनबाड़ी आंदोलन को मजबूती मिलती रही है. बताया जा रहा है कि एक बार फिर सभी मुखर प्रतिनिधि अपना मतभेद भुलाकर एक मंच पर आ रही हैं. बहरहाल, 10 मार्च को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का एक आंदोलन प्रदेश में किए जाने की घोषणा विभिन्न संगठनों ने की है.

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