विनोद डोंगरे • रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग का भोंगापाल 1 जून 2025 को भोंगापाल बुद्ध महोत्सव के साथ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उत्साह से सराबोर होने जा रहा है। यह आयोजन बौद्ध के साथ बस्तर के साथ प्राचीन संबंध के साथ यहां की सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता को विश्व मंच पर प्रदर्शित करेगा। बस्तर के बाहर रहने वाले पाठकों के लिए यह एक अनूठा अवसर है, जहां वे इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बन सकते हैं।
भोंगापाल, बस्तर जिले के तोकापाल ब्लॉक में रायपुर से लगभग 300 किलोमीटर दूर स्थित है। रायपुर से जगदलपुर तक राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर बस या निजी वाहन से यात्रा की जा सकती है, जहां से भोंगापाल 30 किलोमीटर दूर है और टैक्सी या स्थानीय बसें उपलब्ध हैं। रायपुर से जगदलपुर के लिए नियमित ट्रेनें चलती हैं, और जगदलपुर रेलवे स्टेशन से स्थानीय परिवहन से भोंगापाल पहुंचा जा सकता है। रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे से जगदलपुर तक उड़ानें हैं, और वहां से टैक्सी या बस से भोंगापाल की यात्रा संभव है। आयोजन के दौरान अतिरिक्त बस सेवाएं और परिवहन सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को कोई असुविधा न हो।
इस महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, और बुद्ध शांति पार्क की स्थापना इसे और भव्य बना रही है। आयोजन स्थल को फूलों, पारंपरिक सजावट और बौद्ध प्रतीकों से सजाया जा रहा है, जहां स्थानीय कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, बौद्ध भजन और पारंपरिक नृत्य उत्सव को जीवंत करेंगे। स्थानीय हस्तशिल्प और व्यंजनों के स्टॉल बस्तर की अनूठी संस्कृति को प्रदर्शित करेंगे। स्थानीय समुदाय में इस आयोजन को लेकर जबरदस्त उत्साह है, और बच्चे, युवा व बुजुर्ग सभी तैयारियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि बस्तर की सांस्कृतिक पहचान को विश्व स्तर पर ले जाने का अवसर भी है। पर्यटकों और बौद्ध अनुयायियों की भारी भीड़ की उम्मीद है, जो इस क्षेत्र की शांति और सौंदर्य का आनंद लेने को उत्सुक हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय इस आयोजन के प्रेरणास्रोत हैं और बुद्ध शांति पार्क के उद्घाटन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। आयोजन समिति के प्रमुख और केशकाल के विधायक श्री नीलकंठ टेकाम, जो पूर्व आईएएस अधिकारी हैं, ने अपनी प्रशासनिक कुशलता और समुदाय के साथ जुड़ाव से तैयारियों को गति दी है।

रायपुर संभाग के आयुक्त श्री महादेव कावरे, सह-संयोजक के रूप में, परिवहन, सुरक्षा और अतिथि सुविधाओं को सुनिश्चित कर रहे हैं। समस्त आयोजन समिति, स्थानीय प्रशासन और स्वयंसेवियों के अथक प्रयासों से यह महोत्सव यादगार बनने जा रहा है। भोंगापाल बुद्ध महोत्सव 2025 बस्तर की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का अनुपम उत्सव है, और बस्तर के बाहर रहने वाले सभी पाठकों से अनुरोध है कि वे इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनें और बस्तर की अनूठी संस्कृति का अनुभव करें। • विनोद डोंगरे

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