बिलासपुर: दीपराज भवन में आध्यात्मिक उत्साह के साथ मनाया गया हरियाली तीज का पर्व

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बिलासपुर: दीपराज भवन में आध्यात्मिक उत्साह के साथ मनाया गया हरियाली तीज का पर्व


बिलासपुर। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के इमलीभांठा (बंधवापारा) स्थित सहज राजयोग केंद्र, दीपराज भवन, में सावन मास की शुक्ल तृतीया को हरियाली तीज का पर्व आध्यात्मिक उल्लास, हर्ष और पवित्रता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मातृशक्ति और बहनें एकत्रित हुईं, जिन्होंने इस पावन आयोजन में सहभागिता कर अपने जीवन को आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर किया।

आयोजन की मुख्य वक्ता बीके दीपा बहन ने उपस्थित माताओं और बहनों को तीजरी की पावन कथा का श्रवण कराया। उन्होंने माता पार्वती के तप, समर्पण और भगवान शिव के प्रति उनकी अटूट भक्ति की कहानी को अत्यंत सुंदर और प्रेरक ढंग से प्रस्तुत किया। बीके दीपा बहन ने बताया कि माता पार्वती का जीवन प्रत्येक नारी के लिए एक प्रेरणा है, जो दर्शाता है कि सच्ची भक्ति, धैर्य और आत्मिक शक्ति से जीवन के उच्चतम लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि प्रत्येक नारी में माता पार्वती का वह आध्यात्मिक स्वरूप विद्यमान है, जो आत्म-परिवर्तन के माध्यम से परिवार, समाज और विश्व में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।


संगीतमय और शांतिपूर्ण वातावरण में बीके दीपा बहन ने अपने दिव्य संदेश के माध्यम से आत्मिक सशक्तीकरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आत्मा की शुद्धता और शक्ति ही वह आधार है, जो हमें जीवन की चुनौतियों का सामना करने और सुखमय दांपत्य जीवन जीने की प्रेरणा देता है। तीज का पर्व केवल बाहरी उत्सव नहीं, अपितु आत्मिक जागृति और पवित्रता का प्रतीक है।” उनके इस संदेश ने उपस्थित सभी के हृदय को स्पर्श किया और उन्हें आत्म-चिंतन की ओर प्रेरित किया।

बीके दीपा बहन, बीके अंजू बहन, बीके शिवकुमारी बहन और बीके अमर भाई के संयुक्त संयोजन में आयोजित इस पावन कार्यक्रम में तीज के अवसर पर माता पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना की गई। दीपराज भवन का वातावरण भक्ति, शांति और आध्यात्मिकता से परिपूर्ण था। मातृशक्ति ने उत्साहपूर्वक पारंपरिक भजनों और आध्यात्मिक गीतों में भाग लिया, जिसने आयोजन को और भी रसमय बना दिया।

इस आध्यात्मिक आयोजन का समापन सभी उपस्थित माताओं और बहनों को प्रसाद वितरण के साथ हुआ। प्रसाद ग्रहण करते समय सभी के चेहरों पर आत्मिक संतुष्टि और आनंद की झलक स्पष्ट थी। यह आयोजन न केवल तीज के पर्व की महत्ता को रेखांकित करता है, बल्कि प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की उस मूल भावना को भी प्रतिबिंबित करता है, जो आत्मिक जागृति, शुद्धता और विश्व शांति की स्थापना के लिए समर्पित है।

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