शारदीय नवरात्र 2025: हिन्दू हृदय सम्राट श्री जय प्रकाश पाण्डेय की आध्यात्मिक शुभकामनाएं

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शारदीय नवरात्र 2025: हिन्दू हृदय सम्राट श्री जय प्रकाश पाण्डेय की आध्यात्मिक शुभकामनाएं

रायपुर. शारदीय नवरात्र का पावन पर्व, जब देवी दुर्गा की दिव्य शक्ति का आह्वान किया जाता है, समस्त जगत को ऊर्जा और आशीर्वाद से भर देता है। इस पुण्य अवसर पर, ऐतिहासिक छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘घर-द्वार’ के निर्माणकर्ता जेके फिल्म्स रायपुर के निदेशक, वरिष्ठ संपादक, कला-विशेषज्ञ तथा हिन्दू हृदय सम्राट के रूप में विख्यात श्री जय प्रकाश पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ की समस्त जनता को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। उनकी यह कामना देवी मां की कृपा से प्रेरित है, जो नवरात्र के नौ दिनों में शक्ति की उपासना के माध्यम से जीवन की हर चुनौती को पराजित करने की प्रेरणा देती है।

श्री पाण्डेय ने इस पावन पर्व पर छत्तीसगढ़वासियों की खुशहाली, समृद्धि और सुखद भविष्य की मंगल कामना की है। उन्होंने विशेष रूप से गरीबों, किसानों, बेरोजगारों, महिलाओं, युवाओं, बच्चों तथा वृद्धजनों के हितों की रक्षा के लिए मां दुर्गा से प्रार्थना की है। इस आध्यात्मिक संदेश में उन्होंने देवी की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि नवरात्र का यह उत्सव हमें स्मरण दिलाता है कि जीवन की हर बाधा को पार करने के लिए आंतरिक शक्ति की आवश्यकता है। जैसे कि दुर्गा सप्तशती में वर्णित श्लोक हमें प्रेरित करता है:

या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। 
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

यह श्लोक हमें बताता है कि देवी मां समस्त प्राणियों में शक्ति के रूप में विद्यमान हैं, और उन्हें बार-बार नमस्कार करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। श्री पाण्डेय की यह प्रार्थना छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को भी मजबूत करती है, जहां पारंपरिक मूल्यों और आध्यात्मिकता का संगम देखने को मिलता है।

इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता से अपील की कि नवरात्र के व्रत, पूजा और जप के माध्यम से हम सभी सामाजिक सद्भावना को बढ़ावा दें। गरीबों की सेवा को देवी की आराधना का हिस्सा मानें, किसानों की मेहनत को मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद समझें, तथा युवाओं को बेरोजगारी की चुनौतियों से उबारने के लिए सामूहिक प्रयास करें। महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को देवी दुर्गा की शक्ति से जोड़ते हुए, उन्होंने कहा कि नवरात्र का यह पर्व हमें सिखाता है कि हर व्यक्ति में दिव्यता निवास करती है। बच्चों और वृद्धों के प्रति करुणा भाव रखकर, हम एक सशक्त समाज का निर्माण कर सकते हैं।

श्री जय प्रकाश पाण्डेय का यह संदेश न केवल धार्मिक उत्साह से ओतप्रोत है, बल्कि छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति को भी प्रतिबिंबित करता है। उनकी फिल्म ‘घर-द्वार’ की तरह, जो पारिवारिक मूल्यों पर आधारित है, यह शुभकामना भी घर-परिवार और समाज की एकता पर जोर देती है। आइए, हम सभी नवरात्र के इस पावन काल में मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करें और छत्तीसगढ़ को समृद्धि के नए आयामों तक पहुंचाएं।

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