रायपुर। गोल्डन फ्रेम एकडेमी ऑफ फिल्म आर्ट्स के तत्वावधान में आयोजित 90 दिवसीय राष्ट्रीय रंगमंच कार्यशाला 1 अगस्त 2025 की शाम को संस्कृति विभाग के ऑडिटोरियम में भव्य रूप से शुरू होगी। इस कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता रघुबीर यादव, जिन्हें लगान, पिपली लाइव, और पंचायत जैसी सुपरहिट फिल्मों और वेब सीरीज में उनके शानदार अभिनय के लिए जाना जाता है, और कुमुद मिश्रा, जिन्होंने रॉकस्टार, बधाई हो, और राम सिंह चार्ली जैसी फिल्मों में अपनी प्रभावशाली अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया है, मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यशाला का शुभारंभ 1 अगस्त 2025 की शाम 5 बजे संस्कृति विभाग के ऑडिटोरियम में होगा, जो रंगमंच और फिल्म कला के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह आयोजन न केवल स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि रंगमंच की समृद्ध परंपरा को और मजबूत करेगा।
रंगमंच न केवल कला का एक जीवंत रूप है, बल्कि यह अभिनय, भावनात्मक गहराई, और कहानी कहने की कला को निखारने का एक शक्तिशाली मंच भी है। रंगमंच कलाकारों को दर्शकों के सामने जीवंत प्रदर्शन के माध्यम से अपनी कला को परखने और बेहतर करने का अवसर प्रदान करता है। यह अभिनेताओं को किरदारों की गहराई को समझने, संवाद अदायगी में प्रामाणिकता लाने, और भावनाओं को स्वाभाविक रूप से व्यक्त करने की कला सिखाता है। रंगमंच का अनुभव कलाकारों को अनुशासन, सहयोग, और रचनात्मकता का पाठ पढ़ाता है, जो फिल्मों और अन्य मंचों पर अभिनय के लिए आधार तैयार करता है।
रघुबीर यादव और कुमुद मिश्रा जैसे अभिनेताओं के करियर इसका जीवंत उदाहरण हैं कि रंगमंच का अनुभव फिल्मों में अभिनय को कैसे समृद्ध करता है। रघुबीर यादव, जो राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) के पूर्व छात्र हैं, ने अपने रंगमंचीय प्रशिक्षण के दम पर लगान और पिपली लाइव जैसी फिल्मों में किरदारों को जीवंत किया। इसी तरह, कुमुद मिश्रा ने अपने रंगमंचीय अनुभव के बल पर रॉकस्टार और बधाई हो में गहरी भावनात्मक और यथार्थवादी अभिनय शैली प्रस्तुत की। रंगमंच अभिनेताओं को तात्कालिक दर्शक प्रतिक्रिया के साथ काम करने, किरदारों को गहराई से समझने, और विभिन्न शैलियों में अभिनय करने की क्षमता प्रदान करता है, जो फिल्मों में प्रामाणिक और प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए अनिवार्य है।
गोल्डन फ्रेम एकडेमी ऑफ फिल्म आर्ट्स द्वारा आयोजित यह 90 दिवसीय कार्यशाला रंगमंच की कला को बढ़ावा देने और उभरते कलाकारों को प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस कार्यशाला का निर्देशन बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध आर्ट डायरेक्टर और वरिष्ठ रंगकर्मी जयंत देशमुख करेंगे, जिनका अनुभव प्रतिभागियों को रंगमंचीय कला के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराएगा। गोल्डन फ्रेम एकडेमी के अनुसार, इस कार्यशाला में बड़ी संख्या में प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं, जो रंगमंच के प्रति बढ़ते रुझान को दर्शाता है। ऐसी कार्यशालाएँ न केवल नए कलाकारों को प्रशिक्षण और मंच प्रदान करती हैं, बल्कि उन्हें पेशेवर दुनिया में कदम रखने के लिए तैयार भी करती हैं। यह उभरते कलाकारों को अपने कौशल को निखारने, आत्मविश्वास बढ़ाने, और रंगमंचीय कला के माध्यम से अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करने का अवसर देती हैं।

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