आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लटके, कार्यकर्ताओं ने किया एक दिवसीय आंदोलन

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आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लटके, कार्यकर्ताओं ने किया एक दिवसीय आंदोलन

रायपुर छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने आज 10 मार्च 2025 को एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल किया है. इस एक दिवसीय हड़ताल में बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने भाग लिया. शहर से लेकर गांव तक आंगनबाड़ी ड्रेस में आज वे कहीं बस स्टैंड, तो कहीं रेलवे स्टेशन तो कहीं-कहीं कलेक्टर ऑफिस के आसपास समूह में  दिखीं. आज छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच के आह्वान पर नियमितीकरण, पेंशन, पोषण ट्रैकर संबंधी तकनीकी समस्या, टेक होम राशन में e-KYC, सुपरवाइजर भर्ती में शत प्रतिशत अवसर, 45 साल से अधिक आयु वालों को न्याय आदि विभिन्न विषयों को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन किया गया था. कुछ जिलों को छोड़कर छत्तीसगढ़ के यह एकदिवसीय आंदोलन सफल रहा.

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच की अध्यक्ष रूखमणी सज्जन और महामंत्री लता तिवारी ने इस एकदिवसीय आंदोलन में शामिल होकर सरकार का ध्यान आकर्षण करने का आह्वान किया था, फलस्वरूप प्रदेशभर में आज इस आंदोलन को सफलता मिली. आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लटके रहे. कार्यकर्ताओं ने केंद्र और पोषण ट्रैकर ऐप को बंद रखकर इस आंदोलन को समर्थन दिया.

कुछ जिलों में रैली, सभा आदि नहीं हुए, क्योंकि उन जिलों के पदाधिकारियों ने जल्दबाजी में आंदोलन का परमिशन नहीं लिया था. कुछ जिलों में संयुक्त मंच के आह्वान का सम्मान और समर्थन व्यक्त करते हुए पोर्टल और केंद्र को बंद रखा गया.

बिलासपुर में भारती मिश्रा, उजाला चंद्रिकापूरे और गीतांजलि पांडेय ने आंदोलन का मोर्चा संभाला. मुंगेली जिले में जोरदार प्रदर्शन की खबर आई है. मोहला मानपुर चौकी जिले में जिलाध्यक्ष पूर्णिमा निषाद के नेतृत्व में जोरदार रैली, सभा और प्रदर्शन होने की जानकारी मिली है. मोहला में संयुक्त मंच के बैनर तले दोनों प्रमुख प्रतिनिधि रूखमणी सज्जन और लता तिवारी की तस्वीर लगी बैनर को हाथों में लेकर वहां की आंगनबाड़ीकर्मियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है.

इसी तरह कोरबा जिले में भी बीना साहू के नेतृत्व में आंदोलन किए जाने की जानकारी मिल रही है. वहीं बालोद में नीरा साहू और उनके साथियों ने जोरदार प्रदर्शन किया है, जबकि उधर गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले की कार्यकर्ताओं ने भी इस बार जोरदार दम दिखाया है.

इधर महासमुंद में भी सुधा रात्रे और द्रौपदी साहू ने पूरी ताकत लगा दी थी. वहां भी एकदिवसीय प्रदर्शन सफल रहा.

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