रायपुर। धरसीवां विधायक अनुज शर्मा ने विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद जिन मुद्दों पर सबसे पहले बयान दिया था, उसमें धरसीवां इलाके में नशे के कारण हो रहे युवाओं की बर्बादी भी प्रमुख मुद्दा था। उसी धरसीवां क्षेत्र के एक गाँव दोंदे खुर्द में नई शराब दूकान खोले जाने का प्रस्ताव इन दिनों चर्चा में है। ग्रामीण नहीं चाहते हैं, कि उनके गाँव में शराब दूकान खुले। ग्रामीणों के मुताबिक़ बीजेपी के ही विधायक अनुज शर्मा ने भी आबकारी विभाग को पत्र लिखकर ग्रामीणों की इच्छा के अनुसार, दोंदेखुर्द में शराब दूकान खोलने के निर्णय को निरस्त करने का आग्रह किया है। ग्रामीण हैरान हैं कि क्षेत्र के विधायक अनुज शर्मा के पत्र, ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव (दूकान नहीं खोलने संबधी) के बावजूद आबकारी विभाग दूकान खोलने पर आमादा दिख रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है, कि कलेक्टर से भी वे उम्मीद लेकर मिलने गए थे, लेकिन कलेक्टर साहब ग्रामीणों के आग्रह के विपरीत उन्हें शराब दूकान खुलने के फायदे गिनाने लगे। प्रदेश में सत्तासीन बीजेपी सरकार के ही विधायक अनुज शर्मा के पत्र की कोई कदर नहीं होता दिखा, कलेक्टर द्वारा भी अनसुना किये जाने जैसा प्रतीत हुआ, तब ग्रामीणों ने विपक्ष के नेता डॉ चरणदास महंत के पास पहुंचकर अपनी पीड़ा बतायी। हैरानी की बात यह है कि न तो ग्रामीण वहां शराब की दूकान चाहते हैं, न ग्राम सभा में ऐसे किसी आवश्यकता का प्रस्ताव है, न ही वहां के विधायक चाहते हैं। विधायक तो शुरू से शराब के विरोध में रहे हैं, तो फिर दोंदे खुर्द में शराब दूकान खुलने से फायदा किसको है, और क्या फायदा है? ग्रामीण क्या कहते हैं, नीचे विस्तार से पढ़िए –
विधायक अनुज शर्मा की घोषणा व पांच गाँव के ग्राम सभा प्रस्ताव के बावजूद अभी तक प्रशासन ने दोन्दे खुर्द गाँव में शराब दुकान निरस्तीकरण का आदेश जारी नहीं किया है। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि नवीन शराब दुकान विरोध में लगातार 17 दिनों से वे संघर्षरत हैं। ग्राम दोन्दे खुर्द में नई शराब दुकान के विरोध में ग्राम दोन्दे खुर्द सहित आसपास के ग्राम लालपुर, मटिया, छपोरा, दोन्दे कला के ग्राम सभाओं में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित है।
ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि ग्राम दोन्दे कला के शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के सार्वजनिक मंच से क्षेत्रीय विधायक अनुज शर्मा ने घोषणा की थी, कि उनके रहते दोन्दे खुर्द-दोन्दे कला में शराब दुकान नहीं खोंलने दिया जायेगा। ग्रामीणों का कहना है कि विधायक अनुज शर्मा के द्वारा सार्वजनिक घोषणा कर दिए जाने के बावजूद अभी तक प्रशासन द्वारा प्रस्तावित शराब दुकान को निरस्त करने का आदेश जारी नही किया गया है, ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। भारी बारिश के बावजूद ग्रामीण लगातार आंदोलन कर रहे हैं। ग्रामीण काम धाम, रोजी रोजगार छोड़कर इसी मुहीम में लगे हैं, कि किसी भी तरह उनके गाँव में वह प्रस्तावित शराब दूकान न खुले, बल्कि वह फैसला सरकार निरस्त कर दे।
ग्रामीणों ने आज इस सम्बन्ध में कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन देने की जानकारी दी है। साथ ही, यह भी बताया कि क्षेत्रीय विधायक अनुज शर्मा ने आबकारी के उपायुक्त को पत्र लिखकर ग्रामीणों की मंशानुरूप वहां शराब दूकान न खोलने का आग्रह किया है। ग्रामीणों ने ग्राम दोन्दे खुर्द सहित आसपास के 4 गाँवो के ग्राम सभा का प्रस्ताव कलेक्टर को सौंपे जाने की जानकारी दी है।

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कलेक्टर साहब ग्रामीणों की बातों को दरकिनार करते हुए उल्टा शराब दुकान खुलने के फायदे बताने लग गए और गोल-मोल बात करने लगे, जिससे नाराज होकर ग्रामीणों ने वहाँ से निकलकर छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत से मिले। उन्होंने आग्रह किया कि इस विरोध को विपक्ष के द्वारा विधानसभा के प्रश्नकाल में रखा जाए। ग्रामीणों ने नेता प्रतिपक्ष डॉ महंत को बताया कि कैसे ग्रामसभा के प्रस्ताव के बिना उनके गाँव में शराब दुकान को शासन-प्रशासन द्वारा थोपा जा रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार, आबकारी उपायुक्त को भी ज्ञापन सौपकर कहा है कि जब तक आबकारी विभाग के द्वारा प्रस्तावित शराब दूकान के निरस्तीकरण का आदेश जारी नहीं किया जाएगा, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
जानकारी मिली है कि इस मामले में पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल के द्वारा भी मुख्यमंत्री को पत्राचार कर नई शराब दुकान खोलने के निर्णय को वापस लेने का आग्रह किया गया है। उन्होंने शराब दुकान खोंलने के लिए प्रशासन द्वारा पंचायती राज अधिनियम का उल्लंघन करना बताया, क्योंकि प्रस्तावित दुकानों के लिए ग्राम सभा प्रस्ताव/पंचायत प्रस्ताव कर अनुमति/अनापत्ति लिया जाना अनिवार्य है, जो कि नहीं ली गयी गयी। दोन्दे खुर्द में शराब दुकान के विरोध के संबंध में ग्रामीणों द्वारा रायपुर लोकसभा के सांसद एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को भी अवगत कराये जाने कि जानकारी मिली है, जिस पर सांसद श्री अग्रवाल ने इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखने का आश्वासन दिया है।

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