राजनांदगांव। सनातन संस्कृति के अनुसार प्रत्येक परिवार में कुलदेवी की पूजा अर्चना किए जाने की परंपरा है। राजस्थान के बहरोड़ जिले के समीप स्थित दहमी ग्राम में लगभग 700 वर्षों से स्थापित देवी मां का मंदिर दहमी माता मंदिर के नाम से विख्यात है। इसे मनसा माता दहमी वाली के नाम से भी जाना जाता है।
दहमी माताजी को कुलदेवी के रूप में पूजने वाले अनेक परिवार राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई, रायपुर, डोंगरगढ़, भाटापारा, धमतरी इत्यादि में बसे हुए हैं। संस्कारधानी नगरी में दहमी माताजी को कुलदेवी के रूप में पूजने वाले परिवारों द्वारा पहली बार माताजी के मंगल पाठ की पोथी का विमोचन एवं तृतीय श्री दहमी माताजी महोत्सव का आयोजन 23 मार्च को श्री अग्रसेन भवन में आयोजित किया जा रहा है।
कुलदेवी दहमी (मनसा) माता परिवार द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 23 मार्च दोपहर 03:00 बजे से श्री अग्रसेन भवन में तृतीय दहमी माता महोत्सव के अंतर्गत भव्य मंगल पाठ की पोथी का विमोचन किया जाएगा एवं मंगलपाठ एवं चालीसा का वाचन अंचल के सुप्रसिद्ध भजन गायक निखिल-श्याम की जोड़ी द्वारा किया जाएगा।
इस दौरान श्री अग्रसेन भवन में माताजी का अलौकिक श्रृंगार किया जाएगा, छप्पन भोग लगाया जाएगा। मेंहदी एवं चुनरी उत्सव होगा। महोत्सव में दहमी माताजी को कुलदेवी के रूप में पूजने वाले परिवार सम्मिलित होकर पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।
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